tag:blogger.com,1999:blog-59581969194837999.post1128034450649837311..comments2023-10-07T14:54:26.165+05:30Comments on हास्यफुहार: किताब और डायरीहास्यफुहारhttp://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-59581969194837999.post-69482939269770242982011-09-02T12:54:27.165+05:302011-09-02T12:54:27.165+05:30फुलमतिया और खदेरन नाम प्रेमचंद की कहानियों के पात्...फुलमतिया और खदेरन नाम प्रेमचंद की कहानियों के पात्रों के जैसे नाम नहीं है ? क्या वे " किताब " और " डायरी " के अर्थ समझते होंगे ?शूरवीर रावतhttps://www.blogger.com/profile/14313931009988667413noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-59581969194837999.post-80588240592048707972011-09-01T00:13:04.084+05:302011-09-01T00:13:04.084+05:30ऐसी हलकी फुलकी नोक झोक रिश्तो में मधुरता बनाये रखत...ऐसी हलकी फुलकी नोक झोक रिश्तो में मधुरता बनाये रखती है.<br />यदि मीडिया और ब्लॉग जगत में अन्ना हजारे के समाचारों की एकरसता से ऊब गए हों तो कृपया मन को झकझोरने वाले मौलिक, विचारोत्तेजक आलेख हेतु पढ़ें<br />अन्ना हजारे के बहाने ...... आत्म मंथन http://sachin-why-bharat-ratna.blogspot.com/2011/08/blog-post_24.htmlएक स्वतन्त्र नागरिकhttps://www.blogger.com/profile/12076990707024302030noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-59581969194837999.post-86284937254911905452011-08-31T23:21:26.451+05:302011-08-31T23:21:26.451+05:30ऐसे उत्तर से खदेरन के गाल पर पुस्तक का एक पन्ना छप...ऐसे उत्तर से खदेरन के गाल पर पुस्तक का एक पन्ना छप गया होगा....तड़ाक्.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-59581969194837999.post-40592421850112613462011-08-31T23:06:07.409+05:302011-08-31T23:06:07.409+05:30एक साल तक झेलना!!!!! ओ माई गोड!!किताब तो घंटे भर म...एक साल तक झेलना!!!!! ओ माई गोड!!किताब तो घंटे भर में पढकर आलमारी में सजा डी जाती है.. कभी कभार रेफरेंस के लिए निकाल लीजिए!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-59581969194837999.post-85249211474874774912011-08-31T20:31:56.343+05:302011-08-31T20:31:56.343+05:30चित्र खदेरन लायक नहीं लग पाया है। किताब हो डायरी, ...चित्र खदेरन लायक नहीं लग पाया है। किताब हो डायरी, सबसे अच्छा है कि लिखने-पढ़ने का काम ही बन्द कर दें और इन सब से मुक्त।चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-59581969194837999.post-659436415552889072011-08-31T19:40:21.841+05:302011-08-31T19:40:21.841+05:30वाह, अब डायरी छोड़ किताब लिख रहे हैं।वाह, अब डायरी छोड़ किताब लिख रहे हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-59581969194837999.post-32576031991492328622011-08-31T18:21:16.985+05:302011-08-31T18:21:16.985+05:30आपका ब्लॉग बहुत अच्छा है, और चुटकुला भी, बधाई स्वी...आपका ब्लॉग बहुत अच्छा है, और चुटकुला भी, बधाई स्वीकारें !Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.com