किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
यदि सुबह-सुबह हास्य ध्यान योग का अभ्यास किया जाए, तो दिनभर प्रसन्नता रहती है।
गधा...वायरस : मैं उन्हें गधा समझता हूँ जो अपनी बात दूसरों को नहीं समझा सकते ?
रैंचो : जी सर ! मैं आपकी बात समझ नहीं पाया... !!!