किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
हम तो बापस जा रहे हैं ...नमस्ते !
ha ha ha... :-)
बहुत ही सुन्दर
:):)
हा हा हा हा..
बाप रे!!!
कुछ लोग बिना सोचे-समझे लिख लेते हैं। आपकी पारखी नजर को सलाम।
Ha ha ... Mast hai ..
हम तो बार-बार घंटी बजाएँगे. वह उड़ कर आएगा :))
हम तो बापस जा रहे हैं ...
जवाब देंहटाएंनमस्ते !
ha ha ha... :-)
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर
जवाब देंहटाएं:):)
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा..
जवाब देंहटाएंबाप रे!!!
जवाब देंहटाएंकुछ लोग बिना सोचे-समझे लिख लेते हैं। आपकी पारखी नजर को सलाम।
जवाब देंहटाएंHa ha ... Mast hai ..
जवाब देंहटाएंहम तो बार-बार घंटी बजाएँगे. वह उड़ कर आएगा :))
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