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शनिवार, 14 अप्रैल 2012

खुशी की क़ीमत

क्लास में गणिट का टेस्ट लेने के बाद परिणाम बताया जा रहा था। भगावन की क्लास टीचर मिस गुनगुनिया ने भगावन को पास बुलाया और बोली, “इस बार गणित में तुम्हें 50 नंबर देते हुए मुझे खुशी हुई।”

भगावन ने कहा, “मैम, यहां भी आपने अपना घाटा कर लिया।”

मिस गुनगुनिया ने पूछा, “घाटा, वो कैसे?”

भगावन ने कहा, “आप अगर 100 नंबर देतीं, तो आपको दोगुनी खुशी होती ..।”

9 टिप्‍पणियां:

  1. हा हा हा हा, जितना दिया, उतना ही घाटा करा दिया।

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  2. खुशियों को बढ़ाने का प्रयास भी ठीक है.

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  3. मैडम सौ में से दो सौ नंबर देती तो खुशी चार गुणा हो जाती :))

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