किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
मेरा शीर्षक …
तारणहार …
परजीवी.
Logistics!!
बस पर कारबस कर कार।
chor chor chor
GADI ANEKH PAR KAAM KI EK
आओ तुमको सैर करा दूं !चढ़ो पीठ पर , घर पहुंचा दूं !
http://www.varnakov.myffi.biz/
बस पर कार है बेकार
परजीवी.
जवाब देंहटाएंLogistics!!
जवाब देंहटाएंबस पर कार
जवाब देंहटाएंबस कर कार।
chor chor chor
जवाब देंहटाएंGADI ANEKH PAR KAAM KI EK
जवाब देंहटाएंआओ तुमको सैर करा दूं !
जवाब देंहटाएंचढ़ो पीठ पर , घर पहुंचा दूं !
http://www.varnakov.myffi.biz/
जवाब देंहटाएंबस पर कार है बेकार
जवाब देंहटाएं