नाटक
दृश्य एक
प्रेमी, प्रेमिका बाग में। शाम का पहला पहर।
प्रेमिका : चांद कितने होते हैं ?
प्रेमी : एक तुम और एक ऊपर !
दृश्य परिवर्तन।
शादी के बाद। ड्राइंग रूम में …
पत्नी : चांद कितने होते हैं ?
पति : अंधी हो क्या, ऊपर क्या वह तुम्हें खरबूजा नज़र आ रहा है ? !
(पटाक्षेप अभी नहीं हुआ है, नाटक अभी ज़ारी है …)
पत्नी - ओह ! तो वह खरबूज़ा है?
जवाब देंहटाएंपति - नही, वह तुमहारे डैडी की फोटो है, उन्होंने एक मेले में खरबूज़े का रोल किया था.
आगे सब जाने हैं हम।
जवाब देंहटाएंदृश्य तीन?
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया...मज़ा आ गया.. !
जवाब देंहटाएंbudhape me to na chand nazer aayega na aur kuchh....ha.ha.ha.
जवाब देंहटाएंaapko kya lagta hai pati ko chand kharbooja najar aata hai aur patniyo ko.........
जवाब देंहटाएंmadhuMM