खदेरन और फुलमतिया जी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया।
दोनों जब जमकर लड़ चुके तो फुलमतिया जी ने चीखते हुए कहा, “मैं जा रही हूं मायके और वहां जाकर तालाक के लिए मुकदमा दायर कर दूंगी, हां।”
खदेरन ने कहा, “चलो हटो! अब ऐसी झूठी-मूठी, मीठी-मीठी बातें करके रिझाने की कोशिश मत करो।”
बढिया।
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा हा हा
जवाब देंहटाएं:):)
जवाब देंहटाएंha ha ha ha.. zabardast!
जवाब देंहटाएंहा हा हा
जवाब देंहटाएंखदेरन बहुत ही स्मार्ट है...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
जवाब देंहटाएंहमारे उच्चारण पर भी कभी-कभी आया करें!
:)
जवाब देंहटाएंachha blog utni hi sundar rachna..
खुशी अचानक मिल जाये तो सहसा विश्वास करना मुश्किल हो जाता है!!
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