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सोमवार, 1 अगस्त 2011

प्रचार पाने की तमन्ना

उसे प्रचार पाने की बड़ी तमन्ना थी। उसने चिन्तन मनन किया कि क्या किया जाए।

उसे उपाय सूझ गया।

उसने घोषणा की कि वह कुतुब मीनार को सिर पर उठाकर मुंबई ले जाएगा।

बात चारों ओर फैल गई। मीडिया वाले भी आ गए। वह चर्चा में था। नियत दिन और नियत समय भी आ गया। लोगों ने कहा अब शुरु हो जाओ।

उसने कहा, “जी अभी शुरु कर देता हूं, ज़रा इसे उठा कर मेरे सिर पर रखने में कोई मेरी सहायता तो करो।”

12 टिप्‍पणियां:

  1. ब्लॉगर्स मीट वीकली में आप सादर आमंत्रित हैं।
    बेहतर है कि ब्लॉगर्स मीट ब्लॉग पर आयोजित हुआ करे ताकि सारी दुनिया के कोने कोने से ब्लॉगर्स एक मंच पर जमा हो सकें और विश्व को सही दिशा देने के लिए अपने विचार आपस में साझा कर सकें। इसमें बिना किसी भेदभाव के हरेक आय और हरेक आयु के ब्लॉगर्स सम्मानपूर्वक शामिल हो सकते हैं। ब्लॉग पर आयोजित होने वाली मीट में वे ब्लॉगर्स भी आ सकती हैं / आ सकते हैं जो कि किसी वजह से अजनबियों से रू ब रू नहीं होना चाहते।

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  3. उस व्यक्ति को पब्लिसिटी मिली और सनसनी ढूँढते मीडिया को ज़लालत क्योंकि वह देश को उठाने की बात करता है परंतु कुतबमीनार जैसी हल्की चीज़ उठा कर उसके सिर पर न रख सका :))

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