किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
गणितज्ञ : 5 के बीच में 4 कैसे लिखेंगे?
चीनी : क्या यह मज़ाक़ है?
जापानी : असंभव!
अमेरिकी : सवाल ही ग़लत है!
अंग्रेज़ : इंटरनेट पर भी नहीं मिला।
भारतीय – खदेरन : F(IV)E
हमेशा की भाँति सबसे कुशाग्रबुद्धि :)
:)
वाह, ये हुई न बात।
क्या बात है मान गये खदेरन फूलमतिया जी के साथ रहने का असर दिख रहा है |
वाह ..खदेरन तो सच ही बुद्धिमान है
WAAH...BADIYA
वाहआपकी रचना तेताला पर भी है ज़रा इधर भी नज़र घुमाइयेhttp://tetalaa.blogspot.com/
ये काम भी बस हम भारतीय ही कर सकते है
समझदार खदेरन!!
कमाल!कमाल! बस कमाल है...........भारतीय ही कर सकते है ये कमाल !!
वाह ! क्या जवाब सुझाया है ! कुशाग्र बुद्धि की दाद देनी पड़ेगी !
हमेशा की भाँति सबसे कुशाग्रबुद्धि :)
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंवाह, ये हुई न बात।
जवाब देंहटाएंक्या बात है मान गये खदेरन फूलमतिया जी के साथ रहने का असर दिख रहा है |
जवाब देंहटाएंवाह ..खदेरन तो सच ही बुद्धिमान है
जवाब देंहटाएंWAAH...BADIYA
जवाब देंहटाएंवाह
जवाब देंहटाएंआपकी रचना तेताला पर भी है ज़रा इधर भी नज़र घुमाइये
http://tetalaa.blogspot.com/
ये काम भी बस हम भारतीय ही कर सकते है
जवाब देंहटाएंसमझदार खदेरन!!
जवाब देंहटाएंकमाल!कमाल! बस कमाल है...........
जवाब देंहटाएंभारतीय ही कर सकते है ये कमाल !!
वाह ! क्या जवाब सुझाया है ! कुशाग्र बुद्धि की दाद देनी पड़ेगी !
जवाब देंहटाएं