बर्तन मांजते वक़्त
दो पति आपस में मिले।
हाल-चाल जानने का क्रम शुरू हुआ।
पहला बोला, “ठंढक बहुत बढ़ गई है। मेरी तो शामत आ गई है। सुबह-सुबह बर्तन मांजते वक़्त हाथ ठंड से बिलकुल जकड़ जाता है।”
दूसरा बोला , “मुझे तो वह पानी गरम करके दे देती है। इस समस्या से मुक्त हूं।”
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अगर पसंद आया तो ठहाका लगाइगा
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हा हा हा
जवाब देंहटाएंबी एस पाबला
ha...ha..ha.. mazedaar.
जवाब देंहटाएंBahut badiya . HA...HA...HA..
जवाब देंहटाएंलगता है इन पतियों ने ही मेरी पोस्ट के पत्नियों को समझने के Ten Commandments ठीक तरह से पढ़े हैं...
जवाब देंहटाएंhttp://deshnama.blogspot.com/2010/01/10-commandments.html
जय हिंद...
बेचारे....हमें उसने सेवाओं से खुश हो डिश वाशर लगवा दिया है!! :)
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंअरे बाप रे .. मैं अभी तक ब्लॉग से ही लिपटा हूं ... अरे बाप रे बाप ... बहुत से काम निपटाने हैं.. फिर आऊंगा टिप्प ... ठहाके लगाने ... अभी तो धिग्गी बंधी है ... हा-हा-हा-हा ..
जवाब देंहटाएंhaaaaaaaa haaaaaaaaaaaa haaaaaaaaaaa are hanss ruk hee nahee rahee .
जवाब देंहटाएंThank God ! main kunwara abhi tak kunwara hee hoon ......... !!!! ha..ha...ha.... !
जवाब देंहटाएंha..ha.. ye ekdama nayaa hai!!!
जवाब देंहटाएंऔर हाँ आप पानी जरुर गर्म करके दीजियेगा! क्यूंकि ठण्ड का हाल समझता है वही जिसके हाथ बर्तनों में होते हैं !!!
जवाब देंहटाएंमेरी पत्नी भी पानी गर्म के देती है ...... हा ... हा .... मज़ा आ गया ........
जवाब देंहटाएंपसंद तो आना ही था बात जो इतनी अच्छी कही है.वैसे दिल बहलाने को ख्याल बुरा नहीं है
जवाब देंहटाएंहा... हा... हा...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना है।
द्वीपांतर परिवार की ओर से लोहड़ी एवं मकर सकांति पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।
निश्चय ही दूसरी वाली इतना तो ध्यान रखती है. पति को अपने आपको धन्य समझना चाहिए .
जवाब देंहटाएंha ha ha!
जवाब देंहटाएंहाहाहाहा बढिया है.
जवाब देंहटाएं:)बेचारे , सावित्री के सताए !
जवाब देंहटाएंha,,,ha,,ha,,ha
जवाब देंहटाएंबेचारे , सावित्री के सताए :)
आपने सिद्ध कर दिया कि भारतीय पत्नियों में अभी भी संवेदनशीलता नामक गुण मिलता है.
जवाब देंहटाएंfir bhi ye pati theek se bartan nahi dho paate....haa haa haa
जवाब देंहटाएंहा -हा -हा-
जवाब देंहटाएंपति (पत्नी से) - चलो आज किसी होटल में खाना खाते हैं।
पत्नी - क्या मेरे हाथ का बना खाते खाते मूड आफ हो गया है?
पति - नहीं आज बर्तन धोने का मूड नहीं है।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
हा... हा... हा...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना है।
man kar raha hai hasta hi jauu
जवाब देंहटाएंhaaa haaa haaa haaaaaaaaaaa
हा... हा .... हा ...... मज़ा आ गया .......
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