किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
मरीज़ हक़ीम से : मुझे अजीब सी बीमारी हो गए है। जब मेरी बीवी बोलती है, तो मुझे कुछ सुनाई नही देता।”
हक़ीम मरीज़ से : यह बीमारी नहीं है, यह तो तुम पर अल्लाह की रहमत है।
:):)
क्या ऐसा है.
ख़ुदा और ख़ुदी की जंग में ख़ुदा के कानों के साथ भी ऐसा कुछ हुआ होगा. बहुत कम सुनता है :))
सही बात है..
रविवारीय महाबुलेटिन में 101 पोस्ट लिंक्स को सहेज़ कर यात्रा पर निकल चुकी है , एक ये पोस्ट आपकी भी है , मकसद सिर्फ़ इतना है कि पाठकों तक आपकी पोस्टों का सूत्र पहुंचाया जाए ,आप देख सकते हैं कि हमारा प्रयास कैसा रहा , और हां अन्य मित्रों की पोस्टों का लिंक्स भी प्रतीक्षा में है आपकी , टिप्पणी को क्लिक करके आप बुलेटिन पर पहुंच सकते हैं । शुक्रिया और शुभकामनाएं
ha ha ha ha........... waah..
अदा कीजिये खुदा का,आपको मिली रहमत बीबी की बाते सुन लेते आ जाती कयामत,,,,,चर्चा मंच पर देखे,,,,,RECENT POST...: दोहे,,,,
:):)
जवाब देंहटाएंक्या ऐसा है.
जवाब देंहटाएंख़ुदा और ख़ुदी की जंग में ख़ुदा के कानों के साथ भी ऐसा कुछ हुआ होगा. बहुत कम सुनता है :))
जवाब देंहटाएंसही बात है..
जवाब देंहटाएंरविवारीय महाबुलेटिन में 101 पोस्ट लिंक्स को सहेज़ कर यात्रा पर निकल चुकी है , एक ये पोस्ट आपकी भी है , मकसद सिर्फ़ इतना है कि पाठकों तक आपकी पोस्टों का सूत्र पहुंचाया जाए ,आप देख सकते हैं कि हमारा प्रयास कैसा रहा , और हां अन्य मित्रों की पोस्टों का लिंक्स भी प्रतीक्षा में है आपकी , टिप्पणी को क्लिक करके आप बुलेटिन पर पहुंच सकते हैं । शुक्रिया और शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंha ha ha ha...........
जवाब देंहटाएंwaah..
अदा कीजिये खुदा का,आपको मिली रहमत
जवाब देंहटाएंबीबी की बाते सुन लेते आ जाती कयामत,,,,,
चर्चा मंच पर देखे,,,,,
RECENT POST...: दोहे,,,,