खदेरन का बेटा भगावन स्कूल में व्याकरण की क्लास में था। शिक्षक ने व्याकरण के नियम समझाने के बाद प्रश्न पूछा, “अच्छा ये बताओ कि स्वर और व्यंजन में क्या अंतर होता है?”
किसी के बोलने के पहले भगावन ने समझाया, ‘सर जी! स्वर मुंह से बाहर की ओर निकलता है और व्यंजन बाहर से मुंह के अंदर जाता है।”
बहुत अच्छा।
जवाब देंहटाएंआज वाकई बहुत ही जोरदार रहा मजा आ गया | हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा
जवाब देंहटाएंओह्ह हमें नहीं पता था :)
जवाब देंहटाएंकितना इंटेलीजेंट बच्चा है। बताओ तो बिना जाने ही इतना जानता है कि पूछो नहीं.....बड़ा होकर बड़ा आदमी बनेगा.....
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा ...............जोरदार
जवाब देंहटाएंमज़ेदार क्लास लगाई है आपने। यह क्लास ज़रा जल्दी-जल्दी लगनी चाहिए, आग्रह है हमारा। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएं‘देसिल बयना सब जन मिट्ठा’ का प्रथम पाठ पढाने वाले महाकवि विद्यापति
इस लड़्के को तो हिंदी व्याकरण में सर्वाधिक अंक प्राप्त हुये थे. जब शिक्षक ने इससे पूछा था कि सर्वनाम के दो उदाहरण दो, तो यह घबराकर बोला, कौन,मैं!
जवाब देंहटाएंभगावन को डी.लिट्. दिया जाए. :))
जवाब देंहटाएंHa ha ha ... mza aa gaya ...
जवाब देंहटाएंअति सुंदर।
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बोलने वाले पत्थर।
सांपों को दुध पिलाना पुण्य का काम है?
मजा आ गया ....
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