किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
भगावन ने खदेरन से प्रश्न किया, “पापा, एक आदमी एक से अधिक शादी क्यों नहीं कर सकता?”
खदेरन ने जवाब दिया, “बेटा भगावन बड़े होकर ख़ुद समझ जाओगे कि जो अपनी रक्षा ख़ुद नहीं करते, उन्हें क़ानून बचाता है।”
हा हा हा हा !!
:):)....
हा हा हा हा हा हा हा हा हा
मज़ेदार!हा-हा-हा ......
अच्छा कानून।
कौन कहता है कि कानून अंधा होता है!!
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी हैकल (31/1/2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकरअवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।http://charchamanch.uchcharan.com
हा हा हा ...बड़े होकर सब समझ जाते हैं ...शानदार !
badhiya !
हा हा हा हा !!
जवाब देंहटाएं:):)....
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा हा हा हा हा हा
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा ......
अच्छा कानून।
जवाब देंहटाएंकौन कहता है कि कानून अंधा होता है!!
जवाब देंहटाएंआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (31/1/2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.uchcharan.com
हा हा हा ...
जवाब देंहटाएंबड़े होकर सब समझ जाते हैं ...
शानदार !
badhiya !
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