गणतंत्र दिवस के दिन दफ़्तरों में छुट्टी होती है। सड़कें ख़ाली होती हैं। फुलमतिया जी ने खदेरन से कहा, “आज हमें लॉन्ग ड्राइव पर ले चलो।”
खदेरन राज़ी हो गया। दोनों निकले। सड़कें ख़ाली थी। खदेरन बहुत तेज़ी से गाड़ी चला रहा था। सामने से कोई गाड़ी आती और खदेरन की गाड़ी उस गाड़ी के क़रीब से सर्र से निकलती तो फुलमतिया जी को डर लगता। उनसे रहा नहीं गया तो बोलीं, “जब तुम इतनी तेज़ कार चलाते हो और कोई गाड़ी क़रीब से गुज़रती है तो मुझे बहुत डर लगता है।”
खदेरन लापरवाही से बोला, “डरती क्यों हो? तुम भी मेरी तरह आंखें बंद कर लिया करो।”
गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं और उत्तम चर्चा के लिए बधाई |
जवाब देंहटाएंआप सब को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएं.
जवाब देंहटाएंसादर
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गणतंत्र को नमन करें
अच्छी पोस्ट. गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंबाप रे बाप।
जवाब देंहटाएंहा हा ...बढ़िया तरीका है ...
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
देस भी अईसने ड्राइवर सब चला रहा है, खाली फरक एही है कि ऊ सब डराता भी नहीं है तईयो आँख मूँदे रहता है!!
जवाब देंहटाएंखदेरन की कार भी और हमारे देश की सरकार भी, दोनों ही रामभरोसे चल रही है.. :D
जवाब देंहटाएंहा हा हा "तुम भी मेरी तरह आंखें बन्द कर लिया करो" क्या नहले पे दहले वाला जवाब है! देश चलाने वाली बात है तो धृतराष्ट्र भी राजा ही थे ना !!!!!!!!!
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंबढ़िया तरीका है
जवाब देंहटाएंआप सब को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएं|
शुक्र है हम खदेरन जी के रास्ते में नही आ गये ।
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
एकदम सही तरीका है :)
जवाब देंहटाएंगणतन्त्र दिवस की 62वीं वर्षगाँठ पर
जवाब देंहटाएंआपको बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
or kya kare bechara
जवाब देंहटाएं:-)) गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
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