नए-नए ज्वायन किए प्रिंसिपल साहब निरीक्षण कर रहे थे।
वह भगावन की क्लास में आया। उसने बच्चों से पूछा, “बताओ आसमान में कितने तारे होते हैं?”
एक बच्चा उठा और बोला, “सर यह बताना तो असंभव है।”
प्रिंसिपल गुर्राया, “असंभव नाम का शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है।”
भगावन बोला, “यह आपको तो तब सोचना चाहिए था जब आपने डिक्शनरी खरीदी थी।”
haa haa haa sahee kahaa bache ne|
जवाब देंहटाएंबहुत ही मजेदार है,
जवाब देंहटाएंबात में दम है।
जवाब देंहटाएंकई बार भगावन को गले लगाने का जी चाहता है...कितना बुद्धिमान है.
जवाब देंहटाएं:))))
जवाब देंहटाएंजियो भगवान!
जवाब देंहटाएंप्रिंसिपल तो भाग ही गए होंगे ... :)
हा-हा-हा ....
मज़ेदार!
अच्छा है :))
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....
जवाब देंहटाएंखास चिट्ठे .. आपके लिए ...
डिक्शनरी खराब है तो बच्चा क्या करे बेचारा.
जवाब देंहटाएंबिलकुल ठीक बोला बच्चा :) :)
जवाब देंहटाएंsahi bat hai...hahahah
जवाब देंहटाएंएक बच्चा ही ऐसी बात कह सकता है...
जवाब देंहटाएंहाहााहाहा.. क्या बात है
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