तीन गो बुरबक! (थ्री इडियट्स!) |
हमरे गांव में भी तीन गो बुरबक है। उ का है कि जब से एगो फ़िलिम का हिट हुआ गांव के पराइमरी ईसकूल के गुरुजी अपना नाम वीर सिंह से भायरस कर लिहिन हैं और उनका चेला रामचन्नर से नाम बदल कर रैन्चो रख लिहिस आ दूसरा त रजुआ था ही। त एक दिन किलास में भायरस गुरुजी पूछे, "जिस सभा में एगो लोग बोले और बांकी सब सुनें, उसे क्या कहते हैं, बोलो? त टप्प से रैंचोआ बोला, "सोकसभा!" भायरस गुरूजी परसन्न हुए और दोसरका प्रस्न दाग दिए, "आ ई बताओ कि जिस सभा में सब लोग बोले और कोई नहीं सुने, उसे का कहते हैं, बोलो-बोलो?” राजुआ मुंह खोले इसके पहिले रैंचोआ फेर टपका बोला, "लोकसभा!" |
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बुधवार, 22 सितंबर 2010
तीन गो बुरबक! (थ्री इडियट्स!)
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लोक सभा , विधान सभा , नगर परिषद् सभा , कभी-कभी ब्लॉग सभा भी ...:):)
जवाब देंहटाएंबहुत बढि़या. अच्छी क्लास.
जवाब देंहटाएंबहुत ठीक, सपाट।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया त्तर दिए हा... हा ... हा ...हा...
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा.....
बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
देसिल बयना-गयी बात बहू के हाथ, करण समस्तीपुरी की लेखनी से, “मनोज” पर, पढिए!
बढ़िया क्लास लगी ....:):)
जवाब देंहटाएंभई ये इकदम ठीक रही. सी बी एस इ वालों के पास भिजवा दें
जवाब देंहटाएंअरे बाबा
जवाब देंहटाएंक्या बात कर दी..........
बहुत ही उम्दा.
हा..हा..हा..:-) रैंचोआ भले इडियट हो पर बात पते की कर गया ।
जवाब देंहटाएंसही जवाब वाणी जी ने उसको और सही कर दिया
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया प्रस्तुति. ....
जवाब देंहटाएंअच्छी कलास है ।
बहुत अच्छे । कभी-कभी बुरबक भी सही बात कह जाते है ।
जवाब देंहटाएंरान्चो महाराज तो हमेसा सही कहत है ना ....
जवाब देंहटाएंBehatreen-----.
जवाब देंहटाएंजबर्दस्त। आजकल लोकसभा का यही स्वरूप हो गया है।
जवाब देंहटाएंमजा आ जाता है यहाँ आकर :) सच्ची ऊर्जा दोगुनी हो जाती है .
जवाब देंहटाएंहा..हा..हा..:-) रैंचोआ भले इडियट हो पर बात पते की कर गया ।
जवाब देंहटाएंसही जबाब...लॉक किया जाये.
जवाब देंहटाएंवाह वाह वाह..! क्या खूब कहा..! लोकसभा..!!
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