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रविवार, 19 जून 2011

क्या फ़र्क़ है

vcm_s_kf_repr_120x160खदेरन और फाटक बाबू गार्डेन में टहल रहे थे। बात-चीत का रुख पत्नी की तरफ़ मुड़ा।

फाटक बाबू बोले, “खदेरन लोग पत्नी को अलग-अलग नामों से बुलाते हैं, जैसे जोरू, बीवी या फिर घरारी। इनमें क्या फ़र्क़ है बोलो?”

खदेरन ने फट से इसका जवाब दिया, “कोई फ़र्क़ नहीं है फाटक बाबू! ये एक ही मुसीबत के अलग-अलग नाम हैं।”

9 टिप्‍पणियां:

  1. :):) फिर तो कुछ भी कहा जाये मुसीबत तो रहेगी ही :)

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  2. हा हा!! चाहे जिस नाम से पुकारो...ईश्वर ,अल्लाह तेरो नाम!!!

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  3. खदेरन ज्यादा समझदार होता जा रहा है |

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  4. पर एक दिन भी यह मुसीबत ना रहे तो भी मुसीबत हो जाती है :-)

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  5. हा हा .. एक ही मुसीबत के अलग अलग नाम ..

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  6. Rightly said ! Wife is " Worry Invited For Ever"....ha ha ha

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