प्रवचन
खदेरन उस दिन फिर दोस्तों की मंडली में कुंडली लगा कर बैठ गया। आधी रात तक महफ़िल जमी रही। … और जब वह दोस्तों की महफ़िल में होता है तो क्या होता है अब तक तो आप जान ही गए होंगे। .. तो आधी रात को वह झूमता-झामता हुआ शराब के नशे में धुत्त सड़क पर चला जा रहा था। उसे इस दशा में देख दारोगा दहारन सिंह ने उसे टोका। “ऐ सुन …!” खदेरन बोला, “कया है….?” दारोगा दहारन सिंह ने पूछा, “अबे! नशे में धुत्त कहां जा रहा है?” खदेरन ने पहचानते हुए कहा, “ओह! दारोगा साब! मैं शराब पीने से होने वाले नुकसान पर प्रवचन सुनने जा रहा हूं।” दारोगा दहारन सिंह चौंके, बोले, “इतनी रात को कौन प्रवचन देगा?” खदेरन ने बताया, “फुलमतिया जी, मेरी बीवी।” |
nice
जवाब देंहटाएंऔऱ कहां जता बेचारा
जवाब देंहटाएंदरोगा शायद यह प्रवचन सुनकर आया था तभी तो नशे में नहीं था.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ... मजेदार
बहुत बढ़िया!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा !!
जवाब देंहटाएंha ha ha ha ...
जवाब देंहटाएंkamal hai..aap kahan se le aati hain ..aisi hansi ki fooljhadiyaan...
bahut sundar...
Ha-ha,मजेदार !
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा.....
ab etani rat ko daru ke nashe me ghar jayega to pravachan hi sunane ko milega ha ha ha ha
जवाब देंहटाएंhaha ... very funny.. raat me patni ka pravachan..
जवाब देंहटाएं:)
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Banned Area News : Quit-smoking drug linked to suicides
हा हा!! बहुत मजेदार.
जवाब देंहटाएंbahut achha
जवाब देंहटाएंbahut hi achha
bade punya ka kaam kar rahi haiN aap
abhivaadan svikaareiN.
हा हा हा हा...क्या हाज़िर जवाब है वो भी नशे की हालत में..प्रस्तुति.बढ़िया लगी..धन्यवाद
जवाब देंहटाएंप्रवचन सर्वत्र जारी आहे।
जवाब देंहटाएंहाहाहाहहा
जवाब देंहटाएंvah..vah....vah...vah...
जवाब देंहटाएंपुराना है.
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