अच्छा क्या लगता है?
फाटक बाबू की श्रीमती जी ने उस दिन बड़े प्यार से मुस्कुराते हुए पूछा, “अच्छा बताइए तो आपको मुझमें ज़्यादा अच्छा क्या लगता है, मेरी सुंदरता या मेरी अक़्लमंदी?”
फाटक बाबू ने भी उतने ही प्यार से और थोड़ा अधिक मुस्कुराते हुए कहा, “मुझे तो तुम्हारी ये मज़ाक़ करने की आदत ही सबसे अच्छी और प्यारी लगती है।“
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अगर पसंद आया तो ठहाका लगाइगा
ye to sach me mazedaar hai.. ha ha ha..
जवाब देंहटाएंअच्छा मजाक है
जवाब देंहटाएंha ha .. badhiya
जवाब देंहटाएंहाहा, कितना प्यारा मजाक कर लेते हैं लोग!! :)
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंha...ha...ha...
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंएक प्रश्न - खुदा ने औरत को इतनी अच्छी शकल और इतनी कम अकल क्यों दी है?
उत्तर - ताकि अच्छी शकल के कारण मर्द उससे शादी करने को तैयार हो जाय और कम अकल के कारण औरत, मर्द से शादी करने को।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
फाटक बाबू ने भी ना........ बढ़िया धोया..... हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा.............
जवाब देंहटाएंFatak Baboo bhi kamaal karte hain .....
जवाब देंहटाएंपति महोदय , अब तो आपका मोह भंग हो जाना चाहिए कि आप अपनी पत्नी की नज़र में क्या और कैसे हैं . हा. हा. हा ........
जवाब देंहटाएंha...ha...ha.... !!
जवाब देंहटाएंमजेदार
जवाब देंहटाएंHA HA HA HA HA HA
PLZ VISIT MY BLOG MEM
जवाब देंहटाएंMY NEW POST..
..." कहीं ऐसा तो नहीं "...
......GAREEB HOO MAIN...
प्यारा सा मजाक है.
जवाब देंहटाएं:) :)
wah! ha-ha-ha-ha-....
जवाब देंहटाएंha ha ha...
जवाब देंहटाएंwah wah wah
हा हा हा .....बहुत खूब....मजेदार मजाक
जवाब देंहटाएंha ha ha .......
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