आधुनिक शिक्षा प्रणाली में सुधार के तहत फिल्मों को भी पाठ्यक्रम में शामिल कर लिया गया है। प्राथमिक कक्षा के छात्र चौपटनाथ से गुरु चुगलीकांत जी ने हिंदी फिल्म के एक प्रसिद्द डायलाग को आधा लिख कर रिक्त स्थानों की पूर्ति करने को कहा।
प्रश्न : जिनके घर शीशे के होते हैं वो............
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उत्तर : वो...... लाईट ऑफ़ कर के कपड़े बदलते हैं !!
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अगर पसंद आया तो दिल खोलकर ठहाका लगाइएगा।
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ha ha ha ha ha .......waqt - waqt kee baat hai........
जवाब देंहटाएंsahiiiiiii :)
जवाब देंहटाएंhttp://kavyamanjusha.blogspot.com/
ha ha ha ha ha ....
जवाब देंहटाएंहा हा!! सटीक!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा-हा-....
जवाब देंहटाएंमज़ेदार
जवाब देंहटाएंhAhAhAhAA :D हाहाहाहा
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा... समझदारी भी इसी में है !
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा-हा-...
जवाब देंहटाएंवाह वाह
जवाब देंहटाएंOho...ha,ha,ha...
जवाब देंहटाएंha ha ha...... !
जवाब देंहटाएंsahi kaha aaj kal ghar to nahee par khidkiyaan sheeshe kee jaroor hone lagee hain !
हमने तो परदे लगा रखे हैं
जवाब देंहटाएंaajkal k students se yehi expect kiya ja sakta tha...
जवाब देंहटाएंmunda samajhdaar hai. ha. ha. ha.......!
जवाब देंहटाएंहा हा हा ... सच है भाई ध्यान रक्खो ...
जवाब देंहटाएंhahahahaha
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंचुगली कांत के फंदे में नहीं फंसा चौपटनाथ :)
जवाब देंहटाएंहा हा हा ... सच है भाई ध्यान रक्खो ...
जवाब देंहटाएंha
ha
haaaaaa