फुलमतिया जी ने समझा-बुझा कर खदेरन को बाज़ार भेजा साबुन खरीदने के लिए।
फुलमतिया जी के निर्देशानुसार खदेरन ने दुकानदार से कहा, “एक ऐसा सबुन देना जो बहुत कम घिसे और नहाने के बाद चेहरे पर लाली ला दे,साथ ही दाम भी कम हो।”
दुकानदार ने अपने नौकर से कहा, “साहब को ईंट का टुकड़ा ला कर दे दो!”
ha ha ha
जवाब देंहटाएंbahut khub janab
यह दुकान तो चल निकली.
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा...
अच्छा है.
जवाब देंहटाएं:) :) ...बहुत लाली दिखाई देगी
जवाब देंहटाएंHa ha ha ... Int ka tukda ...
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