खदेरन बड़ी तन्मयता से कुछ सोचे जा रहा था और मन्द-मन्द मुस्कुरा रहा था।
फुलमतिया जी ने पूछा, “क्या सोचे जा रहे हो, मुझे भी बताओ ना!”
खदेरन ने कहा, “एक बात याद आ गई। एक विद्वान ने लिखा है कि मूर्ख आदमी की पत्नी खूबसूरत होती है।”
फुलमतिया जी यह सुन इतराती हुई बोलीं, “बस! रहने भी दो!! लगता है मेरी तारीफ़ करने के अलावा तुम्हारे पास कोई और काम है ही नहीं!!!”
मज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा ....
ha ha ha ha
जवाब देंहटाएंbahut badhiya
ha ha
जवाब देंहटाएंbahut khub
hum or tum
हा हा हा हा।
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर, आनन्ददायी चुट्कुला....हा....हा....हा......sss...sss...sss
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सद्भावी-डॉ० डंडा लखनवी
सचलभाष- 09336089753
ha ha ha ha
जवाब देंहटाएंkya bat hai
जवाब देंहटाएंmaja aa gya
..
अब अपनी प्रशंसा सुनकर इतनी प्रतिक्रिया तो होनी ही है ना.
जवाब देंहटाएंमज़ेदार! मज़ेदार! मज़ेदार! मज़ेदार! मज़ेदार!
जवाब देंहटाएंआज के दिन के लिये सटीक..
जवाब देंहटाएंहा आह ..बढ़िया अंदाज़ ...आज कुछ खास है
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