क्लास चल रही थी। शिक्षक पढा रहे थे। भगावन सुन रहा था। उसे शिक्षक की बातें बोरिंग लग रही थी।
भौतिकी की क्लास थी। शिक्षक का कहना था, “न्यूटन एक पेड़ के नीचे, गार्डेन में बैठे थे। तभी एक सेब उनके सिर के ऊपर गिरा …. और रेस्ट इज़ हिस्ट्री … उन्होंने गुरुत्त्वाकर्षण की खोज की! समझे?”
सारे छात्र एक स्वर में बोले, “जी सर्र्र्र्र्र!!”
“किसी को कुछ कहना है?”
भगावन बोला, “जी सर!”
शिक्षक, “क्या?”
भगावन, “अगर वह हमारी तरह क्लास में बैठ कर किताबें पढ रहे होते, शिक्षक की लेक्चर सुन रहे होते, तो कुछ न खोज पाते!”
सही है ज्ञान प्रकृति के नजदीक जाने से ही मिलता है।
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा रहा है
जवाब देंहटाएंटीचर ने भगावन को पीटा नहीं क्या?
जवाब देंहटाएंsahi kaha...hame to gyan aapke blog me milta hai:P
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सटीक बात कही :):)
जवाब देंहटाएंइसको हास्य वाली कैटेगरी ए निकालिये तो..अगले शिक्षक दिवस की सूत्र कथा है यह तो!!
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा .....
बात में तो दम है।
जवाब देंहटाएंएक दम लाज़मी सवाल था
जवाब देंहटाएंदम है ...
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