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रविवार, 14 फ़रवरी 2010

चारा

चारा

नवविवाहिता श्रीमती खद्योत ने वैलेंटाइन डे पर पति द्वारा तोहफ़ा न दिये जाने से दुखी होकर श्रीमती खंजन से प्रश्न किया, शादी के पहले हर वैलेंटाइन डे पर तोहफे लाकर देने वाला प्रेमी पति बनते ही तोहफे देना क्‍यों बंद कर देता है?

श्रीमती खंजन ने उसकी शंका का समाधान किया, मछली पकड़ने के बाद भी कोई चारा डालता है क्‍या?

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अगर पसंद आया तो ठहाका लगाइगा

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19 टिप्‍पणियां:

  1. वाह -वाह उसे खा जाता है भून या तल कर हा हा
    ये भग जोगिनी बहुत विचित्र भाव जगा गया मन में --इसे बदल देगीं क्या ?
    वैसे तो भगवान् में भी भग है ! हा हा

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  2. तोहफ़े तो अब भी लाये जाते हैं पर नई मछलियों के लिये।
    हमे तो आपके पात्र बहुत अच्छे लगे।

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  3. बहुत सुन्दर और सटीक लिखा है आपने!
    प्रेम दिवस की हार्दिक बधाई!

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  4. तो यह बात है ?
    महिलाओं के चारा झटक लेने से ही
    पुरुष शेष जीवन बेचारा ही बना रहता है..
    एक नये तरह का ज्ञानोदय हुआ बालिके !

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  5. हमे क्या मालुम हम तो अकेले ठहरे...

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