किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
hahahahaahaah bahut badhiya
ha...ha...ha... !!!
सुंदर व्यंग्य!
अहा!! .... गुड ... रिप्लाई!!
हा-हा-हा-हा....
मज़ेदार! ... हा-हा-हा-हा...
हीहीहीहीहीहीही ऐसी जोड़ी रहे तो तलाक काहे को हो देश में
यही तो ..ये लोग कोई भी काम पूरा नहीं करते ...हाँ नहीं तो...हा हा हा हा हा
hahahahaahaah bahut badhiya
जवाब देंहटाएंha...ha...ha... !!!
जवाब देंहटाएंसुंदर व्यंग्य!
जवाब देंहटाएंअहा!! .... गुड ... रिप्लाई!!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा-हा....
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा-हा....
जवाब देंहटाएंमज़ेदार! ... हा-हा-हा-हा...
जवाब देंहटाएंहीहीहीहीहीहीही ऐसी जोड़ी रहे तो तलाक काहे को हो देश में
जवाब देंहटाएंयही तो ..ये लोग कोई भी काम पूरा नहीं करते ...हाँ नहीं तो...
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा हा