नौकरानी फुलमतिया अपनी मालकिन खंजन को उदास देखकर पूछती है, “आप उदास क्यों है? ” मालकिन खंजन नौकरानी फुलमतिया को अपने उदास होने का राज़ बताती है, “तुम्हारे साहब अपने ऑफिस की टाइपिस्ट से प्यार करने लगे हैं।” मालकिन खंजन की बात सुन नौकरानी फुलमतिया चीखती है, “नहीं ऐसा नहीं हो सकता। यह बात आप मुझे जलाने के लिए कह रही हैं।” |
ARE WAHH..MAJEDAR HAI.......
जवाब देंहटाएंआईये जानें .... मन क्या है!
जवाब देंहटाएंआचार्य जी
बहुत बढ़िया!
जवाब देंहटाएंहा हा!! बताओ...:)
जवाब देंहटाएंHa-ha, main to brabaad ho gai, naukraanee bolee.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा हा नाम भी गजब का "फुलमतिया" बहुत खूब!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया मजेदार वाक़या..धन्यवाद
जवाब देंहटाएंare wah...mazaa aa gaya ji...
जवाब देंहटाएंlol !!!!!!!!!!
जवाब देंहटाएंहा हा , जबरदस्त जोक , वैसे आजकल ये सब हो भी रहा हैं
हा हा हा हा हा हा हा .....आप भी ना..... हिहिहिही .......
जवाब देंहटाएंहा हा हा………………कल के चर्चा मंच पर आपकी पोस्ट होगी।
जवाब देंहटाएंhahahaha
जवाब देंहटाएंvery gud joke..
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जवाब देंहटाएंbhagwan kare aisa hee ho... ha..ha...ha... !!!!
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
जवाब देंहटाएंvah...vah...vah...
जवाब देंहटाएंहे भगवान.नौकरानी का दिल तो़ड़ते हुए खंजन साहब का दिल नहीं लरजा।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया हाहाहा..
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