गड्ढा खदेरन ने भोलेपन से जवाब दिया, “जी फाट्क बबू रात में मेरा तोता मर गया था। उसे ही दफ़नाना है।” फाटक बाबू बोले, “वाह! ये तो अच्छी बात है भाई! लगता है तोते से तुम बहुत प्यार करते थे। लेकिन जहां तक मेरी समझ है, एक तोते के लिहाज़ से यह गड्ढा तो काफ़ी बड़ा लग रहा है भाई। इतना बड़ा गड्ढा खोदने की क्या ज़रूरत आ पड़ी?” |
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मंगलवार, 29 जून 2010
गड्ढा
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हा हा!!
जवाब देंहटाएंहा हा. मज़ेदार.
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा हा…
जवाब देंहटाएंमज़ा आ गया खदेरन की मासूमियत पर…, वाह!
ha.... ha.... ha... !!!!
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा-हा....
interesting !
जवाब देंहटाएंgajab ha ha ha ha
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