बॉस ने फाटक बाबू को आदेश दिया, “एक अच्छा शीशा लेकर आओ जिसमें मेरा चेहरा दिखाई दे।” फाटक बाबू बोले, “जी सर।” थोड़ी देर बाद फाटक बाबू को खाली हाथ लौटा देख बॉस ने पूछा, “क्या हुआ?” फाटक बाबू ने बताया, “मैं सब दुकानों पर देख आया। सब में मेरा चेहरा ही दीख रहा है।” |
हा हा हा
जवाब देंहटाएंहा हा!!
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चुटकुला
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा हा हा ...फाटक बाबू.... बहुत इंटेलिजेंट हैं.....
जवाब देंहटाएंबहुत खूब..बड़ा समझदार नौकर था..मजेदार
जवाब देंहटाएंमजेदार
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा अब दुकान मे वो कहां से बाँस का चेहरा देखे।
जवाब देंहटाएंha...ha...ha...ha... !
जवाब देंहटाएंhahaha
जवाब देंहटाएंबहुत खूब..बड़ा समझदार नौकर था..मजेदार
जवाब देंहटाएंहा हा हा
जवाब देंहटाएंहा हा हा
हा हा हा
हा हा हा हा हा हा हा हा हा
देश भी यही चला रहे हैं....आजकल हर कोई खुश दिखाई दे रहा है दिल्ली सरकार को...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब..
जवाब देंहटाएंTheek hai bhai....
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