किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
“हे भगवान! मास्को को चीन की राजधानी बना दो।”
“बेटा भगावन यह क्या अनाप शनाप प्रार्थना कर रहे हो?”
“क्या बताऊं पापा आज भूगोल के पेपर में मैंने गलती से मास्को को चीन की राजधानी लिख दिया है।”
अच्छा है , जिस तरह से आपने प्रस्तुत किया
हे भगवान! मास्को को चीन की राजधानी बना दो।” majedarrrrrrr
हा हा हा हा ……………। भाई सब भगवान के हाथ ही तो है। पढ्ना लिखना, करने से क्या फायदा।
छोटा सा ही तो काम था...कर देना चाहिए था भगवान को
पास होने के लिए जरुरी प्रार्थना.. :)
आखिर कितनी बार बनवाये भगवान् ?... अभी पिछली क्लास में भी म्यांमार की राजधानी इम्फाल बनाई थी!!
bhool-chook maaf...... ! ha...ha...ha... !!!
बहुत सुन्दर!जल्दी ही पास हो जाओगे!
अच्छा तरीक़ा है।
हा हा हा हा ... सच है भगवान सब कुछ कर सकता है ...
भगावन भगवान भरोसे!!
यही तो ...इतना सा काम नहीं कर सकते भगवान ....हा हा हा
हा हा हा हा ……………।
अच्छा है , जिस तरह से आपने प्रस्तुत किया
जवाब देंहटाएंहे भगवान! मास्को को चीन की राजधानी बना दो।”
जवाब देंहटाएंmajedarrrrrrr
हा हा हा हा ……………। भाई सब भगवान के हाथ ही तो है। पढ्ना लिखना, करने से क्या फायदा।
जवाब देंहटाएंछोटा सा ही तो काम था...कर देना चाहिए था भगवान को
जवाब देंहटाएंपास होने के लिए जरुरी प्रार्थना.. :)
जवाब देंहटाएंआखिर कितनी बार बनवाये भगवान् ?... अभी पिछली क्लास में भी म्यांमार की राजधानी इम्फाल बनाई थी!!
जवाब देंहटाएंbhool-chook maaf...... ! ha...ha...ha... !!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर!
जवाब देंहटाएंजल्दी ही पास हो जाओगे!
अच्छा तरीक़ा है।
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा ... सच है भगवान सब कुछ कर सकता है ...
जवाब देंहटाएंभगावन भगवान भरोसे!!
जवाब देंहटाएंयही तो ...इतना सा काम नहीं कर सकते भगवान ....हा हा हा
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा ……………।
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