किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
पांच बाराती दूल्हे को घोड़ी पर रस्सी से बांधकर ले जा रहे थे।
एक व्यक्ति ने पूछा- जनाब इनको रस्सी से क्यों बांधकर रखा है।
एक बाराती बोला – यह दूल्हा असल में भिखारी है। जब भी कोई पैंसे फेंकता है तो यह घोड़ी से उतर कर पैसे बटोरने लगता है।
ha ha ha...wo bhikhari nahi jaroor neta hoga...
क्या क्या बदल गया है ....
ha ha ha sahi hai
हा हा हा ...भिखारी भी घोड़ी पर ....बढ़िया है .
ha ha ha...badhiya joke.
वाह!बहुत खूब!
badhiya..mast....
हा हा हा हा।
Highly professional दूल्हा है भई :))
घोड़ी पर बैठाने से पहले उससे कटोरा छीन लिया था कि नहीं??????
:-))
हा हा हा।
ha ha ha...
जवाब देंहटाएंwo bhikhari nahi jaroor neta hoga...
क्या क्या बदल गया है ....
जवाब देंहटाएंha ha ha sahi hai
जवाब देंहटाएंहा हा हा ...भिखारी भी घोड़ी पर ....बढ़िया है .
जवाब देंहटाएंha ha ha...badhiya joke.
जवाब देंहटाएंवाह!
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
badhiya..
जवाब देंहटाएंmast....
हा हा हा हा।
जवाब देंहटाएंHighly professional दूल्हा है भई :))
जवाब देंहटाएंघोड़ी पर बैठाने से पहले उससे कटोरा छीन लिया था कि नहीं??????
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जवाब देंहटाएंहा हा हा।
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