एक दिन भगावन और उसका दोस्त रिझावन स्कूल से साथ-साथ लौट रहे थे। रास्ते में एक पोखर था। पोखर में कुछ लोग तैर रहे थे। यह देख रिझावन ने भगावन से पूछा, “यार तुझे तैरना आता है?”
भगावन ने उदासी से कहा, “नहीं यार!”
रिझावन ने उसे चिढाते हुए कहा, “क्या यार! तेरे बराबर के तो कुत्ते भी तैर लेते हैं!!”
भगवान को यह सुन कर बहुत बुरा लगा। पर भगावन तो भगावन है। उसने भी अपना पासा फेंका, “अच्छा रिझावन यह बता कि तुझे तैरना आता है?”
रिझावन ने कहा, “हां, बिल्कुल आता है।”
भगावन बोला, “फिर तुझमें और कुत्ते में क्या फ़र्क़ है?”
तकरार में पलटवार...बरबस हँसी छूट गई.
जवाब देंहटाएंपलटवार, दमदार।
जवाब देंहटाएंशानदार प्रतिउत्तर
जवाब देंहटाएंहाहा.. क्या सही उत्तर दिया भगावन ने.. मस्त..
जवाब देंहटाएंरजनी चालीसा का जप करने ज़रूर पधारें ब्लॉग पर :)
आभार
हा....हा.. सही उत्तर
जवाब देंहटाएंक्या घुमाकर मारा भगावन ने। मज़ेदार।
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा.....
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (16/12/2010) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा।
http://charchamanch.uchcharan.com
सटीक जबाब!!
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा ..........
जवाब देंहटाएंकोई फर्क नहीं !!
हा हा
जवाब देंहटाएंपलटवार!!!
जवाब देंहटाएंjordar raha ye wala to ha ha ha ha
जवाब देंहटाएंहा हा ...सही कहा ...बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंbahut badiya ....
जवाब देंहटाएंvyng hasy ka mel accha laga...
बहुत खुब प्रस्तुति.........मेरा ब्लाग"काव्य कल्पना" at http://satyamshivam95.blogspot.com/ जिस पर हर गुरुवार को रचना प्रकाशित...आज की रचना "प्रभु तुमको तो आकर" साथ ही मेरी कविता हर सोमवार और शुक्रवार "हिन्दी साहित्य मंच" at www.hindisahityamanch.com पर प्रकाशित..........आप आये और मेरा मार्गदर्शन करे..धन्यवाद
जवाब देंहटाएंha ha ha ha...bahut badhiya !!!
जवाब देंहटाएंओहोहोहो
जवाब देंहटाएंभगावन इक्वलटू कुत्ता॥
soch rahe hain..ki kyaa sach mein jise tairnaa aataa ho...
जवाब देंहटाएंwo doob saktaa hai.......?????????????????????