पिछली बार फुलमतिया जी के प्रश्न-१, और प्रश्न–२ का उत्तर न दे सका था खदेरन। तो उसका हौसला बढाने के लिए फुलमतिया जी ने कहा, “कोई बात नहीं अब तीसरे प्रश्न का उत्तर दो। जब फ़र्स्ट फ़्लोर पर बनाया पेट्रोल पम्प नहीं चला, मतलब एक भी ग्राहक नहीं आए तो खखोरन चारों भाइयों ने उसी फ़्लोर पर एक रेस्टोरेंट खोल लिया। पर फिर भी कोई ग्राहक नहीं आया। तब उन चारो भाइयों ने एक टैक्सी ले ली। दिन भर सवारी की खोज में इधर-उधर घूमते रहे, पर एक भी सवारी नहीं आया। बोलो क्यों?”
खदेरन माथा खुजाने लगा। उसकी समझ में ही नहीं आ रहा था कि क्या जवाब दे। उसने हार मान ली तो फुलमतिया जी बोलीं, “वेरी सिम्प्ल! २ भाई आगे और २ भाई पीछे बैठ कर सवारी खोज रहे थे .. हा. हा. हा..हा,…..!”
nice
जवाब देंहटाएंफुलमतिया जी के फ़्लाइटेड बॉल में खदेरन बार-बार फंस ही जाता है, पर अगली बार ऐसा नहीं होगा। खदेरन ... बी रेडी फ़ॉर ने़ट क्वेश्चन...
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
हा-हा-हा....
वाह।
जवाब देंहटाएंबेचारा खदेरन.. :)
जवाब देंहटाएंपहचान कौन चित्र पहेली ...
बहुत बढिया !!
जवाब देंहटाएंफूलमतिया जी खदेरन की बढ़िया क्लास ले रही है लगे रहिये उसे बुद्धिमान बना कर ही छोड़ियेगा |
जवाब देंहटाएंहा हा हा…………
जवाब देंहटाएंबढ़िया रही यह फुलझड़ी!
जवाब देंहटाएंसटीक उत्तर दिया ...पर बेचारा खदेरन ...:):)
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया !!
जवाब देंहटाएंहम्म्म तो और भी हैं संते-बंते इस दुनिया में
जवाब देंहटाएंखदेरन को कुछ दिन शंखपुष्पी पिलाईये :)
जवाब देंहटाएंकिस बिज़नेस स्कूल में इन्होंने पढाई की है!! कमाल कमाल के आईडिया लेकर आते हैं..
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हा हा हा हा...
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