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रविवार, 21 नवंबर 2010

फुलमतिया जी के प्रश्न–खदेरन की परेशानी -१

फुलमतिया जी ने खदेरन के आई.क्यू. क्लास ज्वायन करने के कई दिनों के बाद उससे पूछा, “इतने दिन से बुद्धि बढाने वाला स्कूल जा रहे हो कुछ सीखा कि अभी भी अकल पर पर्दा पड़ा ही रहता है?”

खदेरन बोला, “बहुत कुछ सीखा है।”

फुलमतिया जी ने चैलेंज दिया, अच्छा तो हम तुमसे जेनरल नॉलेज वाला प्रश्न पूछें बताओगे?”

खदेरन चहका, “हां-हां, पूछो!”

फुलमतिया जी ने पूछा, “ अच्छा तो बताओ कि खखोरन के तीन भाई थे, बहन नहीं। तो खखोरन के पिता की कितनी औलाद थी?”

खदेरन झट से बोला, “चार!”

फुलमतिया जी बोलीं, “गुड! अब बताओ कि खखोरन और उसके तीनों भाईयों ने मिलकर एक पेट्रोल पम्प खोला। पर उसमें एक भी ग्राहक नहीं आया। बोलो क्यों?”

images (4)खदेरन माथा खुजाने लगा। उसकी समझ में ही नहीं आ रहा था कि क्या जवाब दे। उसने  हार मान ली तो फुलमतिया जी बोलीं, “वेरी सिम्प्ल! पेट्रोल पम्प फ़र्स्ट फ़्लोर पर था .. हा. हा. हा..हा,…..!”

15 टिप्‍पणियां:

  1. मल्टी लेवेल पार्किंग पार्किंग तो देखा सुना था, फिर मल्टी लेवेल फ़िलिंग स्टेशन क्योंनहीं!!

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  2. यह तो हास्य फुहार नहीं हास्य की पूरी बारिश है!

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  3. star badhayen ye kuchh bachkana hai...khadernaur fulamatiya ka nam dena hi paryapt nahi hai...naam ke prishthbhumi ke tatw bhi aane chahiye..

    pratipakshi.blogspot.com

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