आपको पिछले दिनों बताया था न कि एक ज़माने में फाटक बाबू बिज़नेस किया करते थे। और फिर उस
बिज़नेस का तगड़ा अनुभव! उन्हें हुआ था।
बात उन्हीं दिनों की है। उन्होंने अपने पार्टनर दोस्त को कम्पनी का मैनेजर रख लिया था ताकि उसका अनुभव काम आए। अपना दफ़्तर भी बनवा लिया उस प्रतिष्ठान में। एक नए चापरासी भी रख लिया।
उन्होंने नए नियुक्त किए गए चापरासी से कहा, “मैनेजर साहब ने तुम्हें बता दिया है ना कि तुम्हें क्या करना है?”
चापरासी ने प्रफुल्लित होकर कहा, “हां साहब! उन्होंने मुझे बता दिया है कि जब आपके आने की आवाज़ सुनूं, तो झटपट उन्हें जगा दूं!”
आखिर ड्यूटी तो निभानी है
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंराजभाषा हिंदी पर कविताओं में बिंब और उनसे जुड़ी संवेदना
मनोज पर देसिल बयना –बाघ के घर की बिल्ली भी तेज़.
ड्यूटी तो ड्यूटी है....'स्लीपिंग पार्टनर' के प्रति :))
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंha ha .ha .....
जवाब देंहटाएंkash aisa chaprasi hamare pass hota...:P
जवाब देंहटाएंबहुत खूब:)
जवाब देंहटाएंहम सब की और से आप सब को दीपावली की शुभ कामनाएँ.
हा हा ...अच्छी ड्यूटी लगायी ..
जवाब देंहटाएंwah kya satyvadee chaprasee mila hai.......
जवाब देंहटाएंha ha ha ha
कर्त्तव्यपरायण मैनेजर द्वारा संभलाईगई सर्वाधिक महत्वपूर्ण ड्यूटी, शानदार । दीपावली की हार्दिक शुभकामनाओं सहित...
जवाब देंहटाएंमज़ा आ गया। हर दफ़्तर में ऐसे कर्त्व्यनिष्ठ भरे पड़े हैं।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब:)
जवाब देंहटाएंआजकल यही हाल है सर्वत्र...जागने वाले और कर्तव्य को ईमानदारी से निभाने वाले भूखे मर रहें हैं....इमानदार से ज्यादा काबिल आजकल चोर उचक्के हैं....तभी तो इस देश को भी चोर उचक्के ही चला रहे हैं...
जवाब देंहटाएंवाह वाह, क्या काम चल रहा है।
जवाब देंहटाएंबड़ा ईमानदार चपरासी रखा है |
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जवाब देंहटाएंबेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !
आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।
आपको और आपके परिवार में सभी को दीपावली की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं ! !
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें
हा हा! बहुत सटीक!
जवाब देंहटाएंसुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
-समीर लाल 'समीर'