इस दीपावली के अवसर पर खदेरन फुलमतिया जी के घर में साफ-सफाई का कार्यक्रम चल रहा था।
दोनों बाप-बेटा (खदेरन-भगावन) ड्राइंग रूम में लगे थे और फुलमतिया जी रसोई घर में।
तभी फुलमतिया जी को भगावन की घबराई हुई आवाज़ सुनाई दी। “मम्मी, मुझसे सीढी गिर गई है। ज़ल्दी आओ!”
अपने काम में व्यस्त फुलमतिया जी ने कहा, “मुझसे क्यों कह रहे हो, जाकर पापा से कहो, वो सीढी उठा देंगे”।
भगावन कहा, “पापा तो खुद ही पंखे के साथ लटके हैं!”
मम्मी-पापा के प्रति उत्तरदायित्व निभाना जानता है खदेरन.
जवाब देंहटाएंयह भी खूब रही!
जवाब देंहटाएंहास्य फुहार मे पात्र चयन सटीक है: खदेरन, भगावन, फुलमतिया।
जवाब देंहटाएंhe he he...bahut khub.....
जवाब देंहटाएंहे भगवान।
जवाब देंहटाएंha ha ha :)
जवाब देंहटाएंहा हा ..बढ़िया सफाई अभियान
जवाब देंहटाएंहा हा हा !!
जवाब देंहटाएंहा हा हा !!
हा हा हा !!
हा हा हा !!
ला-जवाब" जबर्दस्त!!
जवाब देंहटाएंha ha ...
जवाब देंहटाएंसही है !
जवाब देंहटाएंआगे भगावन ने कहा की मम्मी जल्दी कीजिये इसके पहले की पंखा गिर कर टूट जाये | :-))
जवाब देंहटाएंगजब।
जवाब देंहटाएं---------
ब्लॉगर पंच बताएं, विजेता किसे बनाएं।
इसमें तो किसी की साजिश लगती है. आस पड़ोस के किसी देशका हाथ लगता है. हा हा!!!!
जवाब देंहटाएंयह भी खूब रही.
जवाब देंहटाएंसादर,
डोरोथी.
मज़ेदार! हा-हा-हा- ....
जवाब देंहटाएंहाहाहोहोहो... मज़ेदार है बहुत.
जवाब देंहटाएंMazedaar ......
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