खदेरन फुलमतिया जी के बहुत बोलने से परेशान रहता था।
और फुलमतिया जी जो खुद को कम उम्र खदेरन को बुजुर्ग समझती थी, आजकल फ़ास्ट से सु्पर फ़ास्ट हो गई थीं।
खदेरन इसका उपाय ढूंढ रहा था, पर कुछ हाथ ही नहीं लग रहा था।
एक दिन अखबार के एक आलेख पर उसकी नज़र गई।
पढकर फुलमतिया जी से बोला, “अजी सुनती हैं, डॉक्टरों का कहना है कि ज़्यादा बोलने से इंसान की उम्र कम हो जाती है।”
फुलमतिया जी चहकीं, “आब तो तुम्हें यक़ीन हो गया न कि मेरी उम्र ४० से घट कर २० हो गई है।”
Love your jokes. I don't get to leave a comment everyday, but I read them regularly.
जवाब देंहटाएंशत प्रतिशत सत्य
जवाब देंहटाएं:))
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा......
:):)...
जवाब देंहटाएंअच्छा नुस्ख़ा!!
जवाब देंहटाएंha ha ha.. bahut khub....
जवाब देंहटाएंअनुभूति ...
हा हा, सच में कम हो गयी।
जवाब देंहटाएंअब सबको समझ आ गया होगा की महिलाओ की उम्र बढ़ने के बजाये घटने क्यों लगती है हा हा हा
जवाब देंहटाएं:) :)..अच्छा गणित
जवाब देंहटाएंGreat Joke.....LOLsssss
जवाब देंहटाएंbahut khoob ha ha ha ha.....
जवाब देंहटाएंphulmatiya ki hazirjawabi ka jawab nahin
जवाब देंहटाएंहा हा हा……………बेचारा खदेरन!!!
जवाब देंहटाएंbadiya prastuti..
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूब...
जवाब देंहटाएंha ha ha ... bahut khoob ...
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