खदेरन अचानक बीमार पड़ गया। बीमारी ठीक होने का नाम ही नहीं ले रही थी। चिंतित फुलमतिया जी उसे लेकर डॉक्टर के पास गई।
परीक्षण के बाद डॉक्टर उठावन सिंह ने कहा, “आपके पति को आराम की सख्त ज़रूरत है। ये लीजिए नींद की गोलियां।”
फुलमतिया जी ने पूछा, “ये गोलिया इन्हें कब दूं?”
डॉक्टर उठावन सिंह ने बताया, “ये उनको नहीं देनी है। आपको लेनी है …..”
:-)
जवाब देंहटाएंहा हा हा
जवाब देंहटाएं(गोलियां नहीं तो टेप भी चलेगी)
nice
जवाब देंहटाएंक्या diagnose किया है, मान गए डॉ.उठावन को :))
जवाब देंहटाएंजय हो।
जवाब देंहटाएंhmmm..bahut hi badia.....
जवाब देंहटाएंHa ha ha .. bahut majedar ,,,
जवाब देंहटाएंबहुत सही डयगनोसिस की डा. उठावन ने।
जवाब देंहटाएंऊफ फूलमतिया जी की मीठे वचनों की इतनी बेज्जती जल्द ही बदला लेंगी, सावधान !!
जवाब देंहटाएंओह!ये कैसा इलाज कर दिया।
जवाब देंहटाएंहा हा हा ...सही है :)
जवाब देंहटाएंहा हा!! बहुत सटीक॒!!
जवाब देंहटाएंha...ha...ha...ha.... !
जवाब देंहटाएंहद हो गई..हा हा
जवाब देंहटाएंअच्छा असर है!!
जवाब देंहटाएंbahut majedar .
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