किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
बतावन ने सही बताया :))
टंकण- एक 'को' को 'क्या' बना दीजिए.
मज़ेदार!
होना भी चाहिये...time is money!!
ठीक ही तो कहा
baat to theek hai...
वाह! मजेदार!
वाह क्या बात कही.:)
बतावन कह रहा है तो सही ही होगा :)
सही तो कहा……………हा हा हा।
नई परिभाषा......बहुत अच्छे........
रोचक। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं! राजभाषा हिंदी पर आग छूटी जा रही मनोज पर ये कैसे रखवाले देख!
झूठ्....पहली नज़र में तो अभी धुंधला ही नज़र आता है. :):)
wah ji wah.......... aur fir uske bad samay aur paise dono ki bhi barbadi
रोचक।
मस्त मजेदार बचत!!
बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई! राजभाषा हिन्दी पर – अंग्रेज़ी देवी!मनोज पर -लघुकथा-उत्साह’
ha ha ha sahi kaha
बतावन ने सही बताया :))
जवाब देंहटाएंटंकण- एक 'को' को 'क्या' बना दीजिए.
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहोना भी चाहिये...time is money!!
जवाब देंहटाएंठीक ही तो कहा
जवाब देंहटाएंbaat to theek hai...
जवाब देंहटाएंवाह! मजेदार!
जवाब देंहटाएंवाह क्या बात कही.:)
जवाब देंहटाएंबतावन कह रहा है तो सही ही होगा :)
जवाब देंहटाएंसही तो कहा……………हा हा हा।
जवाब देंहटाएंनई परिभाषा......बहुत अच्छे........
जवाब देंहटाएंरोचक। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंराजभाषा हिंदी पर आग छूटी जा रही
मनोज पर ये कैसे रखवाले देख!
झूठ्....पहली नज़र में तो अभी धुंधला ही नज़र आता है. :):)
जवाब देंहटाएंwah ji wah.......... aur fir uske bad samay aur paise dono ki bhi barbadi
जवाब देंहटाएंरोचक।
जवाब देंहटाएंमस्त मजेदार बचत!!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!
जवाब देंहटाएंराजभाषा हिन्दी पर – अंग्रेज़ी देवी!
मनोज पर -लघुकथा-उत्साह’
ha ha ha sahi kaha
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