एक दिन फुलमतिया जी और खदेरन में जम कर हुआ, वही जो पति-पत्नी में होता है। अपनी स्थिति कमज़ोर होते देख खदेरन ने भगावन से कहा, “तुम्हें मेरा समर्थन करना होगा।”
भगावन भी कम पोलटिशियन थोड़े है, बोला, “आपकी और मम्मी की लड़ाई के बीच मैं नहीं पड़ूंगा। पर पापा आप नर्वस न हों, आपको बाहर से मेरा समर्थन मिलता रहेगा!”
खूब .. बाहरी समर्थन
जवाब देंहटाएंमेरा भी बाहर से समर्थन
ओह, तो सरकार खतरे में रहेगी :)
जवाब देंहटाएंबहुत खूब।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
जवाब देंहटाएंराजनीति की उपज!!
जवाब देंहटाएंha ha ha ha .....
जवाब देंहटाएंWAHHHHHHHHHH
जवाब देंहटाएंha ha ha bechara bachcha or kya kar sakta hai
जवाब देंहटाएंअरे,अब तो भगवान भी राजनीति सीख गए.
जवाब देंहटाएंनेता के सारे गुण आ गये…………हा हा हा।
जवाब देंहटाएंhey bhagwannnnnnnn:P
जवाब देंहटाएंkabhi hamare bloge pe apni smile bikheriye
:-)))
जवाब देंहटाएंभगावन की स्थिति निर्दलीय उम्मेदवार की तरह है जो मां से भी जेब खर्च लेगा और पापा से भी।
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