भगावन एक दिन बुरा सा मुंह बना कर घर लौटा।
मम्मी फुलमतिया जी ने पूछा, “क्या हुआ बेटा? तेरा मुंह क्यों उतरा हुआ है?”
भगावन ने एक तरफ़ अपना बस्ता पटकते हुए कहा, “कुछ नहीं।”
फुलमतिया जी को लगा कुछ गड़बड़ ज़रूर है, “अरे! बता तो सही।”
“मम्मी मैं कल से स्कूल नहीं जाऊंगा।” भगावन ने घोषणा की।
“क्यों?” फुलमतिया जी थोड़े विस्मय से पूछीं।
भगावन ने बताया, “मेरी टीचर मिसस मैना बहुत ही गंदी है। मेरे Home Work को देख कर बोली तू तो किसी जानवर की औलाद है।”
अभी तक तटस्थ भाव से मां-बेटे के वार्तालाप को सुन रहा खदेरन ने बेटे में हौसला जगाने के उद्देश्य से कहा, “ओए पुत्तर! फ़िकर मत कर …! तू तो शेर का बेटा है, शेर का!!”
bahut khoob.........
जवाब देंहटाएंha ha ha ha ha .....
hahahahaha
जवाब देंहटाएंsher da puttar:P:D
जवाब देंहटाएं:):) बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे !
जवाब देंहटाएंmaza aaya padh kar !
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