किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
मज़ेदार।
हाहाहा....मज़ेदार है ये.
हिन्दी अपनी होके भी डरा रही है।
:-)
कम से कम दस साल पुराना मजाक ! भद्दा मजाक ! हिन्दी का उपहास!
कई सालों बाद पुनः!!
मज़ेदार। विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
मजेदार...
:)))))
मज़ेदार।
जवाब देंहटाएंहाहाहा....मज़ेदार है ये.
जवाब देंहटाएंहिन्दी अपनी होके भी डरा रही है।
जवाब देंहटाएं:-)
जवाब देंहटाएंकम से कम दस साल पुराना मजाक ! भद्दा मजाक ! हिन्दी का उपहास!
जवाब देंहटाएंकई सालों बाद पुनः!!
जवाब देंहटाएंमज़ेदार।
जवाब देंहटाएंविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
मजेदार...
जवाब देंहटाएं:)))))
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