फुलमतिया जी जब पहलीबार मां बनीं थी तब का वाकया है। उस समय वो मैके में थीं। खदेरन अपने घर पर।
मैके से बेटे भगावन के साथ लौटते ही खदेरन की खैर-खबर ले रहीं थी। उनका गुस्सा सातवें आसमान पर था। इस चीख-पुकार को सुनकर भागी-भागी खंजन देवी वहां पहुंच गईं। उन्होंने फुलमतिया जी से पूछा, “आप खदेरन पर इतना बिगड़ क्यों रहीं हैं?”
फुलमतिया जी ने गुस्से में कहा, “एक तो अपनी व्यस्तता का बहाना कर यह न मेरे मैके आया न ही अस्पताल गया और जब मैंने अस्पताल से एस.एम.एस. कर इसे बताया कि ‘तुम बाप बन गए हो’ तो इसने उस मैसेज को अपने सारे दोस्तों को फॉरवार्ड कर दिया!”
:)))))
जवाब देंहटाएं:):) SMS जो न कराये वो थोड़ा है
जवाब देंहटाएंहा हा हा
जवाब देंहटाएंha ha ha... :-) :-) :-)
जवाब देंहटाएंहा..हा..हा.. आदत से मजबूर :-)
जवाब देंहटाएंये एस.एम.एस. जो न कराए।
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा .....
हा हा हा
जवाब देंहटाएंकल्याणजी के लड़का पैदा हुआ तो अखबार में खबर छपी कि कल्याणजी-आनंदजी बाप बने!!
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा।
जवाब देंहटाएं:-) :-)
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