खदेरन फुलमतिया जी मायके यानी अपनी ससुराल गया हुआ था।
भोजन करते वक़्त उसे एक विचित्र अनुभूति हुई। उसने अपने साले चटोरन से कहा, “यह तुम्हारा कुत्ता मुझे बहुत देर से घूर रहा है।”
चटोरन ने छूटते ही कहा, “जीजाजी आप जल्दी से खाना खा लीजिए, वो अपनी प्लेट पहचान गया है!”
:)))))))
जवाब देंहटाएंha ha ha ... ye to ati ho gayee........
जवाब देंहटाएं:(
h h h
जवाब देंहटाएंमज़ेदार है!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा ....
:):) ऐसा कहीं होता है भला ?
जवाब देंहटाएंमज़ेदार मज़ेदार मज़ेदार
जवाब देंहटाएंवाह क्या शानदार बेइज्जती है हा हा हा हा हा
जवाब देंहटाएंbadiya tareeke se utari hai....
जवाब देंहटाएंक्या बात है
जवाब देंहटाएंमज़ेदार है!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा ...
बाप रे बाप।
जवाब देंहटाएंधन्य प्रभु!!
जवाब देंहटाएंबहुत खूब !पर इसे हास्य कहें या अवमानना मैं नहीं जानता .जीजा आखिर जीजा होता है .जोक भी जोक ही होता होगा .कूल बेटा !कूल !चिल इट आउट ,चिल आउट !
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