किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
“आपकी आवाज़ बहुत सुरीली है, गायन बहुत अच्छा!”
“नहीं! नहीं!! मैं तो बस यूं ही, … थोड़ा बहुत …. बस बाथरूम सिंगर हूं!”
“तो बुलाइए न कभी, वहीं पर महफ़िल जमाते हैं।”
महफिल का क्या यह तो कब्रिस्तान में भी जमाई जा सकती है, बाथरूम तो फिर भी बाथरूम है
जय हो, नदी है न बड़ा सा बाथरूम।
he he he he.............fantabulous!1
ha ha ha ....
ha ha ha ha ha ha अच्छा है..................!!!!!!!!!!!!!!
:):)
Ha ha ha ... baathroom mein ...
:)))))
अरे वाह! लगता है वो बिस्मिल्लाह खान की तरह गाने वाले/वाली हैं!!
हा-हा-हा .....मज़ेदार!
हाहाहहा.. बढिया है..
मज़ेदार!
महफिल का क्या यह तो कब्रिस्तान में भी जमाई जा सकती है, बाथरूम तो फिर भी बाथरूम है
जवाब देंहटाएंजय हो, नदी है न बड़ा सा बाथरूम।
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जवाब देंहटाएंha ha ha ....
जवाब देंहटाएंha ha ha ha ha ha अच्छा है..................!!!!!!!!!!!!!!
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जवाब देंहटाएंHa ha ha ... baathroom mein ...
जवाब देंहटाएं:)))))
जवाब देंहटाएंअरे वाह! लगता है वो बिस्मिल्लाह खान की तरह गाने वाले/वाली हैं!!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा .....
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हाहाहहा.. बढिया है..
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