फुलमतिया जी, आपको तो मालूम ही है यदा कदा खदेरन का इम्तहान लेती रहती हैं।
आज भी इसी उद्देश्य से उन्होंने खदेरन से कहा, “जानू! तुम एक लाइन में कुछ ऐसा बोलो कि मैं ख़ुश हो जाऊं और जल जाऊं!”
हुक्म की तामील करते हुए खदेरन ने कहा, “जान, आप मेरी ज़िन्दगी हैं, और … और … और … लानत है, ऐसी ज़िन्दगी पर!”
इम्तहान में पास हो गया होगा
जवाब देंहटाएंसही जबाब ......
जवाब देंहटाएंउसके बाद बेचारे का क्या हाल हुआ होगा |
जवाब देंहटाएंक्या सटीक रगड़ा है।
जवाब देंहटाएं:) सौ प्रतिशत सही जवाब ..पर खदेरन का क्या हुआ हाल ?
जवाब देंहटाएंक्या कहने.. मजा आ गया. हाहहाहा
जवाब देंहटाएं......सही जवाब
जवाब देंहटाएंमज़ेदार।
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा ....