आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है कल (30-5-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
क्या! फुलटास छक्का मारा है, मजा आ गया। ========================== प्रवाहित रहे यह सतत भाव-धारा। जिसे आपने इंटरनेट पर उतारा॥ ==================== ’व्यंग्य’ उस पर्दे को हटाता है जिसके पीछे भ्रष्टाचार आराम फरमा रहा होता है। ===================== सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी
सही बात है, यह महत्कर्म अकेले ही हो।
जवाब देंहटाएंसही है।
जवाब देंहटाएं:)))
जवाब देंहटाएंआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (30-5-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
मज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा ...
विचार
haahahaha
जवाब देंहटाएंhasyatanak rachanaa.bahut khub.badhaai
जवाब देंहटाएंplease visit my blog.
बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब !
जवाब देंहटाएंक्या! फुलटास छक्का मारा है, मजा आ गया।
जवाब देंहटाएं==========================
प्रवाहित रहे यह सतत भाव-धारा।
जिसे आपने इंटरनेट पर उतारा॥
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’व्यंग्य’ उस पर्दे को हटाता है
जिसके पीछे भ्रष्टाचार आराम फरमा रहा होता है।
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सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी
बहुत खूब !
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