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गुरुवार, 2 दिसंबर 2010

खदेरन के घर में चोर

एक दिन खदेरन के घर में चोर घुसा, पर फुलमतिया जी के हाथों बुरी तरह पिट गया।

हो-हल्ला सुन फाटक बाबू भी पहुंच गए। फुलमतिया जी की बहादुरी से प्रसन्न हो उन्होंने कहा, “फुलमतिया जी आप तो बहुत बहादुर हैं! आपने चोर को बहुत मारा!!”

फुलमतिया जी ने पहले तो आश्चर्य से फाटक बबू को देखा फिर उन्हें एक किनारे ले जाकर बोलीं, “दरअसल फाटाक बाबू, मुझे तो पता भी नहीं था कि वह चोर है!…. हां …. मैं तो समझी कि खदेरन देर से घर आया है ….. और …. म्म… रेस्ट इज़ हिस्ट्री…!”

फाटक बाबू बोले, “इसे मिस्ट्री ही रहने दीजिए…!”

18 टिप्‍पणियां:

  1. बेचारा चोर खदेरन के भ्रम मे पिट गया

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  2. खदेरन बच गया बेचारा .......ही ही ही हा हा हा .........

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  3. हा हा हा…………बेचारा खदेरन्।

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  4. पिटाई से तो खदेरन बच गया पर अब फाटक बाबु के तानो से कैसे बचेगा |ha ha ha ha ha ha ha

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  5. बेचारा चोर!
    खदेरन तेरी खैर नहीं।
    मज़ेदार।
    हा-हा-हा....

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  6. बेचारा खदेरन..:) ये अच्छी बात नहीं है आप हमेशा उसे पिटवा देती हैं :)

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  7. फाटक बाबू पर गोपनीयता कानून लागू कर देना चाहिए. :))

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