अगर पसंद आया तो दिल खोलकर ठहाका लगाइएगा।
मरीज़, “डाक्टर साहब मैं एक महीने से अस्पताल में भर्ती हूँ। कम से कम मुझे मेरी बीमारी तो बताइए।“
डाक्टर, “तुम्हें तुम्हारी बीमारी की पड़ी है, मेरी समझ में यह नहीं आ रहा कि तुमसे मैं बिल किस बात का चार्ज़ करूँ?”
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अगर पसंद आया तो ठहाके लगाइएगा
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ha ha ha.........
जवाब देंहटाएंha-ha-ha-ha-ha-ha....
जवाब देंहटाएंHasane ka silsila yu hi jaari rakhe. Ha...ha...ha.....
जवाब देंहटाएंMajedaar raha. HA.....HA......HA
जवाब देंहटाएंLAJAWAAB ......
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