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एक आदमी की मौत के बाद उसकी आत्मा ने स्वर्ग के द्वार पर दस्तक दिया।
चित्रगुप्त ने पूछा, ''बताओ तुम विवाहित हो या अविवाहित ?"
आत्मा, ''विवाहित।''
चित्रगुप्त, ''आ..हा..हा.. ! आ जाओ, आ जाओ.... तब पृथ्वी पर ही तुम ने बहुत सी सजाएं भुगत ली हैं। तुम्हारे लिए स्वर्ग का दरवाजा खुला है।''
मृतक की आत्मा को कुछ और लोभ हो गया।
उसने कहा, "श्रीमान मैं ने तो दो-दो शादियाँ की थी।"
चित्रगुप्त, (क्रोध में) "भागो यहाँ से... ! स्वर्ग में बेवकूफों के लिए कोई जगह नहीं है।''
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अगर पसंद आया तो ठहाके लगाइएगा
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ha-ha-ha-ha-ha-ha-ha-ha-ha-......
जवाब देंहटाएंyeh bhi majedar.ha ..ha..ha..
जवाब देंहटाएंwah , kya kahne in bewakufo ke bare me ..... . . .
जवाब देंहटाएंha ha ha...........
जवाब देंहटाएंहास्य के माध्यम से बहुत सच्ची सीख दी आपने
जवाब देंहटाएंhahaaaaaaaaaaa,,,,
जवाब देंहटाएंab bas kal padhenge pet fulgaya hans-hans ke .
Appke sarahniya pahal aur work par aapko bahut bahut badhai...