बेलन महिमा -3
………………………………..बेलन महिमा - 2 के बाद
हाज़िरजवाबी में तो
भार्या हैं लाजवाब,
रखती कुछ भी नहीं बकाया,
तुरत ही चुका देती हैं सारा हिसाब
शिकायत के लहजे में कंत ने उस दिन कहा था
“क्या इतना भी हमें समझ नहीं आता
कि हमारा कोई भी रिश्तेदार
तुम्हें फूटी नज़र नहीं भाता।”
तो झट से बोलीं थीं कांता
“ करो मुझ पर पूरा-पूरा विश्वास
अपनी सास से ज़्यादा
मुझे अच्छी लगती है तुम्हारी सास।”
......अभी..... ज़ारी है ....
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अगर पसंद आया तो ठहाका लगाइगा
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बहुत अच्छा हास्य फुहार ... क्रिसमस पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं एवं बधाई।
जवाब देंहटाएंBahut Badia ....SHABDO ka sundar prayog ....Aur Saath me Christmas ki Shubhkamnay & Badhai.
जवाब देंहटाएंपिछले तीन दिनों से एक शब्द का अनेक रूप देखने को मिला । चमत्कार....बधाई और क्रिसमस की शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंठहाका लगा नहीं रहा हूँ बल्कि खुद ही ठहाके लग रहे हैं आपकी रचना पढकर
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
lot pot hona bakee raha hai jee.mazaa aagaya .
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लगी आप की यह रचना
जवाब देंहटाएंbahut khoob
जवाब देंहटाएंapnee sas se zeyada tumharee sas achchee lagtee hai. hahahahhahahahahhaah
ha ha ha ha...........
जवाब देंहटाएंक्या बात है ...........
जवाब देंहटाएंइस बेलन से हमें बचाओ............. !!!
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